उत्तर प्रदेश (औरैया) भारत 4 Feb (SPI) : आगामी 10 फरवरी 2025 को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर जनपद में 1 से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को एल्बेंडाजोल कृमि नाशक दवा खिलाई जाएगी। जिलाधिकारी डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने कलेक्ट्रेट स्थित मानस सभागार में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिया कि इस अभियान में शतप्रतिशत बच्चों को दवा दी जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रतिकूल प्रभाव के लिए नोडल अधिकारी के मोबाइल नंबर 9450351277 पर सूचना दी जाए, और हेल्पलाइन नंबर 108 पर एम्बुलेंस की सेवा ली जा सकती है।
राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन अभियान और क्षय उन्मूलन कार्यक्रम की समीक्षा
बैठक में राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन अभियान की प्रगति पर भी चर्चा की गई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुरेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि 30 जनवरी 2025 से शुरू हुआ स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान 13 फरवरी तक चलेगा। इस अभियान के तहत कुष्ठ रोग से संबंधित 48 स्थानों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए और 4 नए मरीजों का पता चला। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि जनपद के सभी ग्रामों में इस अभियान का प्रचार-प्रसार किया जाए और रोगियों को समय पर उपचार उपलब्ध कराया जाए।
राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन अभियान के तहत असुरक्षित श्रेणी के व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की जा रही है, और जिलाधिकारी ने इस कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार पर जोर दिया ताकि अधिक से अधिक लोगों की जांच हो सके और उपचार सुनिश्चित किया जा सके।
जननी सुरक्षा योजना और मातृ मृत्यु दर पर समीक्षा
जननी सुरक्षा योजना के तहत जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि अधिक से अधिक प्रसव सरकारी स्वास्थ्य इकाइयों पर कराए जाएं। साथ ही मातृ मृत्यु दर की समीक्षा की जाए और इस संबंध में क्षेत्रीय नोडल अधिकारियों को नियमित निगरानी रखने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि स्टाफ नर्सों की ट्रेनिंग कराई जाए और ब्लड की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए, ताकि मातृ मृत्यु दर को कम किया जा सके।
कुपोषित बच्चों का चिन्हीकरण और पोषण पुनर्वास केंद्रों की स्थिति पर निर्देश
कुपोषित बच्चों के लिए पोषण पुनर्वास केंद्रों में भर्ती की प्रक्रिया को तेज करने के लिए जिलाधिकारी ने सीडीपीओ को चेतावनी दी। उन्होंने निर्देशित किया कि आँगनवाड़ी के माध्यम से कुपोषित बच्चों का अधिक से अधिक चिन्हीकरण किया जाए और उन्हें पोषण पुनर्वास केंद्रों में भर्ती कराया जाए।
टीकाकरण और स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा
समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने नियमित टीकाकरण कार्यक्रम की समीक्षा की और निर्देश दिए कि 15 दिनों के भीतर शतप्रतिशत बच्चों का टीकाकरण कर रिपोर्ट प्रेषित की जाए। इसके अतिरिक्त, वीएचएसएनडी कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए उन्होंने सभी चिकित्सकों और स्टाफ को समय पर ड्यूटी पर उपस्थित रहने और किसी भी चिकित्सक द्वारा बाहर से दवा लिखने पर विभागीय कार्यवाही की चेतावनी दी।
स्वास्थ्य कैंपों की आयोजन योजना पर निर्देश
जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया कि न्याय पंचायतवार स्वास्थ्य कैंपों का आयोजन किया जाए, और एक सप्ताह के भीतर इसकी कार्य योजना उपलब्ध कराई जाए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी राम सुमेर गौतम, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुरेन्द्र कुमार सिंह, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. शिशिर पुरी, डीपीएम और अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित रहे।