औरैया, 17 फरवरी 2025 – जिलाधिकारी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने कलेक्ट्रेट स्थित मानस सभागार में मिशन ज्योतिर्गमय योजना के तहत चयनित विद्यालयों की भौतिक व शैक्षिक परिवेश में सुधार के लिए आयोजित समीक्षा बैठक की। बैठक में प्रत्येक ब्लॉक के प्रधानाध्यापकों ने पीपीटी प्रजेंटेशन के माध्यम से अपने विद्यालयों में किए गए प्रयासों का विवरण प्रस्तुत किया।
जिलाधिकारी ने कायाकल्प योजना के तहत विद्यालयों में कराए गए कार्यों की समीक्षा करते हुए कुछ विद्यालयों में बाउंड्री निर्माण अधूरा पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त की और 28 फरवरी तक कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। इसके अलावा, विद्यालयों में बच्चों के बैठने के लिए फर्नीचर की उपलब्धता की स्थिति भी जांची और संबंधित अधिकारियों को 28 फरवरी तक फर्नीचर की व्यवस्था सुनिश्चित करने का आदेश दिया।
उन्होंने कहा, “विद्यालयों में बच्चों के लिए बुनियादी सुविधाओं का होना अत्यंत आवश्यक है।” जिलाधिकारी ने अधिकारियों को विद्यालयों में शौचालय, फर्श, बाउंड्री, फर्नीचर और पंखा जैसी आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही, जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिया कि विद्यालयों में सफाईकर्मियों की उपस्थिति अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाए और सफाई न करने वाले कर्मियों पर कार्रवाई की जाए।
जिलाधिकारी ने स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था के लिए आरओ सिस्टम लगाने के निर्देश दिए और कहा, “बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए स्वच्छ पानी की व्यवस्था बेहद महत्वपूर्ण है।” उन्होंने शिक्षकों से यह भी कहा कि वे बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए अभिभावकों से संवाद करें और प्रत्येक ग्राम पंचायत में यह सुनिश्चित करें कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे।
बैठक में जिलाधिकारी ने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और विद्यालयों के समग्र विकास पर जोर दिया और सभी अधिकारियों व शिक्षकों से अपेक्षाएँ की कि वे इस दिशा में पूरी निष्ठा से कार्य करें, ताकि जिले के हर बच्चे को बेहतर शिक्षा और सुविधाएं मिल सकें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी रामसुमेर गौतम, डीआईओएस/डायट प्राचार्य गंगा सिंह राजपूत, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजीव कुमार, खंड विकास अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, एसआरजी, ज्योतिर्गमय विद्यालयों के शिक्षक और ग्राम प्रधान उपस्थित थे।