औरैया, 19 फरवरी 2025:
आज कलेक्ट्रेट स्थित मानस सभागार में आयोजित किसान दिवस में जिलाधिकारी डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने किसानों को संबोधित करते हुए सरकार द्वारा संचालित कृषकहित योजनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कृषकों से अपील की कि भूमि संबंधी प्रपत्रों को स्वयं जिम्मेदारी से पूरा करें ताकि पात्र किसानों को योजना का लाभ मिल सके। साथ ही, उन्होंने सिंचाई की सुविधा के लिए माइनरों में पानी पूरी क्षमता से चलाने की बात कही और विद्युत विभाग से अनुरोध किया कि किसानों को निर्धारित समय पर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने फार्मर रजिस्ट्री तैयार करने में आ रही समस्याओं के समाधान के लिए तहसील स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किए जाने की जानकारी दी और किसानों से आग्रह किया कि वे इस समस्या का समाधान तहसील में जाकर करवा लें। उन्होंने डिजिटल क्रॉप सर्वे को समय रहते पूरा करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। इसके अलावा, माइनरों में पानी की आपूर्ति और बिजली की निर्बाध आपूर्ति के लिए सिंचाई और विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए।
कृषि योजनाओं की जानकारी
कृषि विभाग के अधिकारियों ने किसानों को विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया। उप कृषि निदेशक शैलेन्द्र कुमार वर्मा ने फार्मर रजिस्ट्री और किसान सम्मान निधि से संबंधित जानकारी दी और किसानों को रजिस्ट्रेशन कराने के लिए https://upfr.agristack.gov.in और मोबाइल एप “Farmer Register” का इस्तेमाल करने की सलाह दी। साथ ही, किसानों को कृषि बीज भंडारों पर उपलब्ध जायद की फसलों के बीजों की जानकारी भी दी गई।
उद्यान विभाग और पशुपालन योजनाओं की जानकारी
जिला उद्यान अधिकारी सुनील तिवारी ने उद्यान विभाग द्वारा चलायी जा रही योजनाओं के बारे में बताया, जिसमें सब्जियों की खेती, मसाले, बागवानी और प्रधानमंत्री सिंचाई योजनांतर्गत स्प्रिंकलर सेट की जानकारी शामिल थी। वहीं, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ. भानुप्रताप सिंह ने कृत्रिम गर्भाधान, पशुओं में टीकाकरण, और पशुपालन किसान क्रेडिट कार्ड की जानकारी दी। उन्होंने कृषकों को घर पर चिकित्सा सुविधा हेतु 1962 टोल फ्री नंबर से लाभ उठाने की सलाह दी।
इस मौके पर 55 किसानों और विभिन्न सरकारी विभागों के अधिकारी/कर्मचारी मौजूद थे, जिनमें मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ. भानु प्रताप सिंह, जिला उद्यान अधिकारी सुनील तिवारी, सिंचाई विभाग के ए0ई0 अजय कुमार शुक्ला और अन्य विभागों के अधिकारी शामिल थे।