औरैया, 18 जून 2025 – उप कृषि निदेशक श्री शैलेन्द्र कुमार वर्मा की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार, ककोर में किसान दिवस का सफल आयोजन किया गया। इस अवसर पर कृषि, उद्यान, पशुपालन, जलसिंचाई, विद्युत एवं विपणन विभाग के अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में कृषक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत में उप कृषि निदेशक श्री वर्मा ने किसानों को प्राकृतिक खेती के लाभों से अवगत कराया, जो रसायन मुक्त होती है और स्वास्थ्य एवं पर्यावरण दोनों के लिए लाभकारी मानी जाती है। उन्होंने बताया कि जनपद में यमुना नदी के किनारे 24 क्लस्टरों में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है, जो अजीतमल और औरैया विकास खंडों में संचालित हैं।
सरकारी योजनाओं की जानकारी:
किसान सम्मान निधि एवं फार्मर रजिस्ट्री: किसानों को http://ceeupfr.agristack.gov.in पोर्टल एवं “फार्मर रजिस्ट्री यूपी” मोबाइल एप के माध्यम से रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध है। यह प्रक्रिया स्वयं या जन सुविधा केंद्रों के माध्यम से पूरी की जा सकती है।
बीज वितरण: सभी राजकीय कृषि बीज भंडारों में पर्याप्त मात्रा में बीज उपलब्ध हैं, जिनका किसान लाभ उठा सकते हैं।
उद्यान विभाग की योजनाएं:
जिला उद्यान अधिकारी श्री सुनील कुमार तिवारी ने किसानों को सूक्ष्म सिंचाई, ग्रीनहाउस तकनीक, सब्जी उत्पादन हेतु बीज वितरण, मसाला एवं बागवानी योजनाओं की जानकारी दी। प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के अंतर्गत स्प्रिंकलर सेट की व्यवस्था की भी जानकारी साझा की गई।
पशुपालन विभाग का सहयोग:
पशु चिकित्साधिकारी डॉ. बी.बी. यादव ने कृतिम गर्भाधान, पशुधन बीमा, टीकाकरण कार्यक्रम और राष्ट्रीय पशुधन मिशन (एनएलएम) के अंतर्गत बकरी पालन योजना की जानकारी दी। मुख्यमंत्री सहभागिता योजना के अंतर्गत एक किसान को चार गाय तक मिलने की व्यवस्था और प्रति गाय ₹1500 मासिक देखभाल सहायता का उल्लेख किया गया।
उन्होंने पशुओं के सामान्य रोगों – खुरपका-मुंहपका, गला घोंटू और थनैला – से बचाव हेतु टीकाकरण की आवश्यकता पर बल दिया। मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ संवर्धन योजना (नंद बाबा दुग्ध मिशन) के अंतर्गत देशी उन्नत नस्ल की गायों की खरीद को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
वैज्ञानिक खेती की सलाह:
कृषि विज्ञान केंद्र, अछल्दा के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. रामपलट ने खरीफ सीजन की फसलों – विशेषकर धान – की वैज्ञानिक खेती की जानकारी दी। उन्होंने धान बीज शोधन, जिंक की कमी पर जिंक सल्फेट, सफेद पत्ती रोग पर फेरस सल्फेट, कीट नियंत्रण हेतु साइपरमैथलीन एवं वासमती धान में यूरिया का सीमित प्रयोग करने की सलाह दी।
अधिकारियों की सहभागिता:
कार्यक्रम में उप कृषि निदेशक श्री शैलेन्द्र कुमार वर्मा के साथ उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी श्री हिमांशु रंजन श्रीवास्तव, जे.ई. हरिश्चंद्र, कृष्ण कुमार (लघु सिंचाई), भूमि संरक्षण अधिकारी विमलेश कुमार एवं विजय सिंह, कृषि विपणन निरीक्षक अनुराग सिंह गौतम, रेशम विभाग से राजेश कुमार गुप्ता, विद्युत विभाग से राजेन्द्र कुमार, नलकूप विभाग से संजय कुमार सहित अन्य विभागीय अधिकारी और कृषक उपस्थित रहे।
किसान दिवस में दी गई जानकारी और योजनाएं किसानों को आत्मनिर्भर और वैज्ञानिक खेती की ओर प्रेरित करेंगी।