औरैया, 25 जून 2025 — आज 25 जून 1975 को आपातकाल की घोषणा की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर कलेक्ट्रेट स्थित मानस सभागार में जिलाधिकारी डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी की अध्यक्षता में आपातकाल दिवस कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी डॉ. त्रिपाठी ने कहा कि सभी को एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए तथा यह सुनिश्चित करना चाहिए कि देश में फिर कभी आपातकाल जैसी स्थिति न उत्पन्न हो। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की प्रगति के लिए हम सभी को मिलकर कार्य करना चाहिए और इसमें अपना संपूर्ण योगदान देना चाहिए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हमें आपातकाल के दुष्प्रभावों से सीख लेकर आने वाली पीढ़ियों को सजग करना चाहिए ताकि लोकतंत्र की नींव और अधिक मजबूत हो सके।
इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा लोकतंत्र सेनानियों को माला पहनाकर एवं शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित लोकतंत्र सेनानियों ने आपातकाल के दौरान अपने अनुभव साझा किए और उस समय की घटनाओं का विवरण प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के दौरान आपातकाल पर आधारित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया तथा एक सामूहिक हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया, जिससे आमजन को लोकतंत्र के प्रति जागरूक किया जा सके।
कार्यक्रम के अंत में अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) श्री नीरज प्रसाद ने सभी आगंतुकों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान केवल एक प्रतीकात्मक gesture है, उनका योगदान इतना महान है कि आने वाली पीढ़ियाँ भी उसका ऋण नहीं चुका सकतीं। उन्होंने यह भी कहा, “जब तक लोकतंत्र जीवित है, हम जीवित हैं और हमारे अधिकार भी जीवित हैं।”
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी संत कुमार, जिला विकास अधिकारी सतीश कुमार पाण्डेय, परियोजना निदेशक डीआरडीए मनीष कुमार मौर्य सहित अन्य संबंधित अधिकारी, लोकतंत्र सेनानी, उनके आश्रित, एनसीसी कैडेट्स एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।