औरैया, 01 जुलाई 2025:
सरसई घाट स्थित नवीन सभागार में उत्तर प्रदेश विधान परिषद की दैवीय आपदा प्रबंधन जांच समिति के सभापति ई. अवनीश कुमार सिंह की अध्यक्षता में जनपद औरैया एवं कानपुर देहात के जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गई।

सभापति ने कहा कि आपदा पीड़ितों को समयबद्ध और नियमबद्ध राहत दिलाना हम सभी की संवेदनशील जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि कोई भी पीड़ित शासन की योजनाओं से वंचित न रह सके, इसके लिए प्रशासन को संवेदनशील होकर कार्य करना होगा।

मुख्य बिंदु:
आपदा से बचाव एवं राहत योजनाओं का अधिकतम प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने के निर्देश।
डूब क्षेत्र एवं आपदा संभावित क्षेत्रों को चिह्नित कर आवश्यक व्यवस्थाएं कराई जाएं।
जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से आमजन को स्वयं की सुरक्षा व शासन की योजनाओं के बारे में बताया जाए।
राहत कार्यों में संख्यात्मक विवरण की एकरूपता बनी रहे ताकि भ्रम की स्थिति उत्पन्न न हो।
गत वर्षों के लंबित प्रकरणों की सूचीबद्ध कर संदर्भ शासन को भेजे जाएं, जिससे कार्रवाई संभव हो सके।
गैर-सूचीबद्ध जानवरों द्वारा जनहानि की सूचना भी संकलित कर शासन को भेजी जाए, जिससे जरूरत पर सूची में उन्हें शामिल किया जा सके।
शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की टंकियों पर उच्च क्षमता के विद्युत तड़क यंत्र लगाए जाएं, ताकि आकाशीय बिजली से जन-धन की हानि रोकी जा सके।
सभापति ने पंचायत भवन, राशन की दुकान, अस्पताल, विद्यालय की दीवारों पर पठनीय एवं आकर्षक ढंग से सूचना लेखन कराने पर बल दिया, जिससे पीड़ितों को जानकारी समय से प्राप्त हो सके।
बैठक में विधान परिषद के सदस्य रामसूरत राजभर, अरुण पाठक एवं अंगद कुमार ने भी अपने विचार रखे और राहत कार्यों में पारदर्शिता तथा तत्परता पर जोर दिया।

प्रशासन की ओर से आश्वासन:
जिलाधिकारी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने कहा कि सभी निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा तथा आपदा राहत संबंधी गतिविधियों को उसी क्रम में क्रियान्वित किया जाएगा।

उपस्थित अधिकारी:
बैठक में पुलिस अधीक्षक अरविंद मिश्र, अपर जिलाधिकारी (वि./रा.) एम.पी. सिंह, एडीएम प्रशासन अमित कुमार, एडीएम वित्त एवं राजस्व दुष्यंत कुमार मौर्य, क्षेत्राधिकारी सदर सहित औरैया व कानपुर देहात के कई जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।




