औरैया, 21 अगस्त 2025:
जनपद में उर्वरक की कालाबाजारी और मनमानी बिक्री की लगातार प्राप्त हो रही शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी एवं पुलिस अधीक्षक अभिजित आर. शंकर द्वारा आज पोरवाल एग्रो एजेंसी (सहार), पलक खाद भंडार (अछल्दा), संस्कार खाद भंडार (अछल्दा), कृषि रक्षा रसायन भंडार (अछल्दा) एवं चीनी गोदाम का आकस्मिक निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान संबंधित विक्रेताओं द्वारा संतोषजनक उत्तर न दिए जाने पर जिलाधिकारी ने संबंधित गोदामों को सील कर पंजीकाएं व स्टॉक रजिस्टर जप्त करने तथा विस्तृत जांच के निर्देश जिला कृषि रक्षा अधिकारी को दिए। उन्होंने कहा कि स्टॉक और पंजिका में दर्ज आंकड़ों का विधिवत मिलान कर विस्तृत आख्या दो दिन में प्रस्तुत की जाए, ताकि नियमनुसार कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके।
इससे पूर्व सहार स्थित सहकारी समिति पर भी निरीक्षण किया गया, जहां कृषकों से यूरिया की बिक्री के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई। कृषकों द्वारा समिति में किसी भी प्रकार की अनियमितता से इनकार करते हुए पोरवाल एग्रो एजेंसी पर शिकायत की गई, जिस पर तत्काल कार्रवाई की गई।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि जनपद में उर्वरक की कोई कमी नहीं है। कृषकों से अनुरोध किया गया कि वे एक साथ अधिक मात्रा में उर्वरक एकत्र न करें, बल्कि समय-समय पर आवश्यकता अनुसार ही खाद प्राप्त करें। उन्होंने यह भी कहा कि जिला प्रशासन द्वारा लगातार उर्वरक की मांग भेजी जा रही है, जिससे आपूर्ति बनी रहे।
सख्त चेतावनी:
> “किसी भी दशा में उर्वरक की कालाबाजारी न की जाए, ऐसा करने पर संबंधित के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी।”
जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि कोई खाद विक्रेता या सहकारी समिति नियत मूल्य से अधिक मूल्य वसूलती है या अन्य उत्पाद जबरन बेचती है, तो इसकी तत्काल सूचना संबंधित विभाग या प्रशासन को दें, ताकि कठोर कार्रवाई की जा सके।
उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा है कि कृषकों को उनकी आवश्यकता अनुसार उचित मूल्य पर खाद उपलब्ध हो, जिससे उनके फसल उत्पादन में कोई बाधा न आए।
इस निरीक्षण अभियान में उप जिलाधिकारी बिधूना गरिमा सोनकिया, जिला कृषि अधिकारी शैलेन्द्र कुमार वर्मा, थानाध्यक्ष, लेखपाल सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।