औरैया, 15 सितंबर 2025
पूर्व माध्यमिक विद्यालय बूढ़ादाना में जिलाधिकारी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने छात्र-छात्राओं से संवाद कर उन्हें शिक्षा के वास्तविक उद्देश्य से अवगत कराया। उन्होंने छात्रों से कहा कि “नवनिहालों में अनंत संभावनाएं होती हैं, जरूरत होती है उन्हें निखारने की।” उन्होंने बच्चों से केवल किताबी ज्ञान तक सीमित न रहकर सामान्य ज्ञान और सामाजिक समझ को भी अपनाने की अपील की।
डॉ. त्रिपाठी ने छात्रों को सलाह दी कि वे अपने से कम जानने वालों को पढ़ाने की आदत डालें, जिससे ज्ञान का विस्तार हो और आपसी सहयोग की भावना भी विकसित हो। उन्होंने ज्ञान को “गोलक” की संज्ञा दी, जिसमें जितना अधिक बाँटोगे, उतना अधिक संग्रह होगा।
जिलाधिकारी ने छात्रा रोजिदा और छात्र रवि कुमार से बातचीत में यह भी जाना कि उनके माता-पिता साक्षर नहीं हैं। जब दोनों बच्चों ने उन्हें सात दिनों में पढ़ाना सिखाने की बात कही, तो जिलाधिकारी ने इसे “ज्ञान की गोलक” बताते हुए सराहना की।
इस अवसर पर उन्होंने अध्यापकों से कहा कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के साथ-साथ सामान्य ज्ञान, नैतिकता और व्यवहारिकता में भी निपुण बनाएं, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और देश-प्रदेश का नाम रोशन करें।
कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने छात्रों के साथ मिलकर वृक्षारोपण किया और रोपित पौधों की देखभाल की जिम्मेदारी बच्चों को सौंपी।
विद्यालय की एक छात्रा जोया के ड्रेस न होने के कारण जिलाधिकारी ने स्थिति की जानकारी ली, जिसमें पता चला कि आधार और जन्म प्रमाण पत्र न होने के कारण योजना का लाभ नहीं मिल पाया। उन्होंने तुरंत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि पोस्ट ऑफिस की मदद से आवश्यक दस्तावेज़ बनवाकर योजना का लाभ सुनिश्चित किया जाए।
इस अवसर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्री संजीव कुमार, खण्ड शिक्षा अधिकारी श्री दाताराम, ग्राम प्रधान श्री मोहित यादव, शिक्षकगण तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।