औरैया, 08 अगस्त 2025:
जनपद औरैया में मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एम०डी०ए०) कार्यक्रम 10 अगस्त से 28 अगस्त 2025 तक चलाया जाएगा। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुरेंद्र कुमार सिंह ने यह जानकारी आज सीएमओ कार्यालय में आयोजित मीडिया ब्रीफिंग के दौरान दी। उन्होंने बताया कि यह अभियान जनपद के छह ब्लॉकों — औरैया, अजीतमल, बिधूना, एरवाकटरा, भाग्यनगर एवं औरैया अरबन — में संचालित होगा। सहार एवं अछल्दा ब्लॉकों को इस बार एमडीए से बाहर रखा गया है, जहाँ पर 11 अगस्त को नेशनल डिवर्मिंग डे (एन०डी०डी०) के अंतर्गत बच्चों को दवा खिलाई जाएगी।
इस अभियान में दो वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को डीईसी टैबलेट एवं एल्बेंडाजॉल टैबलेट दी जाएगी। केवल गर्भवती महिलाएं एवं गंभीर बीमार व्यक्ति इससे वंचित रहेंगे। जनपद की कुल लक्षित आबादी 10,40,685 है, जिसके लिए अनुमानित रूप से 26,28,000 डीईसी टैबलेट और 9,44,000 एल्बेंडाजॉल टैबलेट की आवश्यकता होगी।
डॉ. सिंह ने बताया कि जनपद में अब तक 1043 लिम्फोडिमा एवं 294 हाइड्रोसी रोगी चिन्हित किए जा चुके हैं। अभियान को सफल बनाने के लिए 1079 स्वास्थ्य टीमों का गठन किया गया है, जो घर-घर जाकर एवं बूथों के माध्यम से दवाएं खिलाएंगी। प्रत्येक टीम में दो सदस्य होंगे। इनके पर्यवेक्षण हेतु 191 सुपरवाइजर नियुक्त किए गए हैं।
इसके अलावा, किसी भी प्रतिकूल प्रभाव की स्थिति में त्वरित कार्रवाई के लिए प्रत्येक ब्लॉक में एक-एक रैपिड रिस्पॉन्स टीम तथा जनपद स्तर पर दो टीमों को सक्रिय किया गया है।
सीएमओ ने जनता से अपील की कि इस बार शत-प्रतिशत लोगों को फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन कराकर इस रोग के पूर्ण उन्मूलन की दिशा में सहयोग करें।
एन०डी०डी० कार्यक्रम के अंतर्गत सहार एवं अछल्दा ब्लॉकों में 11 अगस्त को दो वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों को सरकारी एवं निजी स्कूलों तथा आंगनबाड़ी केंद्रों पर एल्बेंडाजॉल की गोली खिलाई जाएगी।
नोडल अधिकारी डॉ. मनोज कुमार ने जानकारी दी कि एल्बेंडाजॉल टैबलेट बच्चों के कृमि रोग का उपचार करती है, जो उनके शारीरिक और बौद्धिक विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है। सामान्यतः इस दवा का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता। यदि किसी को दवा लेने के बाद उल्टी, चक्कर या खुजली जैसी हल्की प्रतिक्रिया होती है, तो इसका अर्थ है कि उसके शरीर में फाइलेरिया के कृमि पहले से मौजूद हैं।