इमरान अंसारी (spi)
राजगढ़: हाल ही में, सेफ़ी एंटरप्राइजेज ने मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले की ब्यावरा तहसील में प्लंबरों के लिए एक विशेष प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। यह कार्यक्रम कंपनी के नए उत्पादों, जैसे टैंक स्टैंड और मल्टी ड्रेनेज सिस्टम, की विस्तृत जानकारी देने और प्लंबर समुदाय को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
यह बैठक प्लंबरों की लंबे समय से चली आ रही मांग पर आयोजित की गई थी, जो कंपनी के नवीनतम उत्पादों के बारे में जानना चाहते थे। सेफ़ी एंटरप्राइजेज के मालिक जमा सेफ़ी ने कार्यक्रम का संचालन किया। उन्होंने बताया कि यह पहल प्लंबर भाइयों के अटूट समर्थन के कारण ही संभव हो पाई है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में प्लेस्टो कंपनी के एरिया मैनेजर भी उपस्थित रहे।
सेफ़ी एंटरप्राइजेज ने इस अवसर पर प्लंबर समुदाय के प्रति आभार व्यक्त किया, जिनके सहयोग से कंपनी पिछले 20 वर्षों से सफलतापूर्वक कारोबार कर रही है। यह कार्यक्रम न केवल नए उत्पादों की जानकारी देने का एक मंच था, बल्कि यह प्लंबर भाइयों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने का भी एक तरीका था, जिन्होंने कंपनी को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
यह कार्यक्रम काफी सफल रहा, जिसमें बड़ी संख्या में प्लंबरों ने भाग लिया। कंपनी ने सभी उपस्थित लोगों और उनके निरंतर समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया।
अलीगढ़ । लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का संवैधानिक दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन जिलाधिकारी अलीगढ़ को सौंपा। संघ ने छोटे और मझोले समाचार पत्रों के लिए बनाए गए कड़े मापदंडों को भी हटाने की अपील की।
यह ज्ञापन राष्ट्रीय अध्यक्ष भगवती प्रसाद उर्फ बबलू चक्रवर्ती के निर्देश पर देशभर में चलाए जा रहे एक अभियान के तहत सौंपा गया। यह अभियान 1 अगस्त से 14 अगस्त 2025 तक चलेगा। ज्ञापन सौंपते समय पत्रकारों ने कहा कि आजादी के बाद से लोकतंत्र के तीन स्तंभों को संवैधानिक दर्जा मिल चुका है, लेकिन जनता से सीधे जुड़े रहने वाले मीडिया को अब तक यह दर्जा नहीं मिला है।
संघ के नेतृत्वकर्ता सद्दाम हुसैन ने राष्ट्रपति से इस मामले पर गंभीरता से विचार करने का आग्रह किया। पत्रकारों ने यह भी चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो वे एक बड़ा आंदोलन शुरू करने के लिए मजबूर होंगे।
इस मौके पर शशी गुप्ता, बबीता सिंह, फैजान अहमद, आकाश सोनी, रहीश सर, चाहत अब्बासी, पवन कुमार शर्मा, सुमित मिश्रा, वीरेंद्र सिंह और वीरेंद्र अरोरा सहित कई पत्रकार मौजूद रहे।
कासगंज। ढोलना थाना क्षेत्र के ग्राम रहमतपुर माफी से डाक कांवड़ भरने गए भोले भक्तों के साथ एक दर्दनाक हादसा हो गया। कछला घाट से लौटते समय आज सुबह करीब 5:00 बजे एक अज्ञात वाहन ने उनकी कांवड़ यात्रा को टक्कर मार दी, जिसमें तीन कांवड़िये गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायल कांवड़ियों को उनके साथियों ने तत्काल नीलम हॉस्पिटल में भर्ती कराया। घायलों में रवि कुमार की हालत अत्यंत गंभीर होने के कारण चिकित्सकों ने उन्हें अलीगढ़ रेफर कर दिया है। जबकि लालता प्रसाद और राहुल कुमार का इलाज नीलम हॉस्पिटल में ही चल रहा है और उनकी हालत में सुधार बताया जा रहा है।
समाचार लिखे जाने तक, अलीगढ़ रेफर किए गए रवि कुमार की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ है और वह अभी भी गंभीर बने हुए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर अज्ञात वाहन की तलाश शुरू कर दी है।
घटना है औरैया जिले के सहायल थाना क्षेत्र के अठ्ठासी गांव की, जहाँ दिनांक बुधवार रात दिनांक 12/6/2025 को कुछ ऐसा हुआ जिसने पूरे गांव को हिला कर रख दिया।
नंदकिशोर के पांच बेटों में से एक बेटा सुरमी, जो गुरुग्राम में काम करता था, अपनी पत्नी काजल को औरैया में अपने परिवार के पास छोड़ गया था। लेकिन सुरमी को शक हुआ कि उसके बड़े भाई सूरज और उसकी पत्नी काजल के बीच अवैध संबंध हैं।
शक के इसी चलते सुरमी बुधवार को गांव लौटा। घर में विवाद हुआ। उसने मां से पूछा और पत्नी से भी लड़ाई की।
रात को सुरमी, सूरज और आजाद तीनों भाइयों ने एक साथ बैठकर शराब पी। इसी दौरान विवाद ने उग्र रूप ले लिया।
काजल ने फांसी लगा ली।
पत्नी की मौत की खबर मिलते ही सुरमी गुस्से में सूरज पर टूट पड़ा। लेकिन सूरज और आजाद ने मिलकर सुरमी को पीट-पीटकर मार डाला।
जब दोनों की मौत हो गई, तो सूरज और आजाद ने शवों को बोरी में भरकर 7 किलोमीटर दूर अरिंद नदी में फेंक दिया।”
“पड़ोसी महिला ने बताया कि रात करीब 9 बजे घर में जोरदार झगड़ा हो रहा था। जब लोग बीच-बचाव करने पहुँचे, तो भाईयों ने उन्हें गाली दी।
सुबह जब घर से कोई हलचल नहीं दिखी, तो गांव वालों ने पुलिस को सूचना दी।”
“सूचना मिलते ही एएसपी आलोक मिश्रा और सीओ अशोक कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। घर में कोई नहीं मिला।
मां ने पुलिस को बताया कि काजल और सुरमी ने फंदा लगाया था, और दोनों छोटे बेटे डर के मारे लाशों को नदी में फेंक आए।
लेकिन पुलिस इसे साफ तौर पर हत्या का मामला मान रही है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।”
एएसपी आलोक मिश्रा:
“हम हत्या के ऐंगल पर जांच कर रहे हैं। दोनों बेटों की तलाश जारी है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से मौत का सही कारण सामने आएगा।”
क्या ये एक सोची-समझी साजिश थी?
क्या अवैध संबंधों के चलते भाई ने भाई की हत्या कर दी?
या माँ की कहानी के पीछे छिपा है एक और गहरा राज?
पुलिस की जांच और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से सच्चाई जल्द सामने आ जाएगी।”
उत्तर प्रदेश (जालौन) भारत 28/05/2025 (SPI) : जिले के रामपुरा थाना अंतर्गत ऊमरी नगर निवासी अजय कुमार पुत्र संजीव कुमार की गत दो माह पूर्व सड़क दुर्घटना में मृत्यु होने के मामले में एक प्रत्यक्षदर्शी महिला द्वारा हत्या किए जाने का खुलासा किया गया है ।
प्राप्त विवरण के अनुसार रामपुरा थाना क्षेत्र के ऊमरी नगर निवासी अजय कुमार पुत्र संजीव कुमार उम्र लगभग 23 वर्ष की जनपद औरैया में बेला थाना अंतर्गत सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी जिसके शव की प्राप्ति के लिए मृतक अजय कुमार के पिता संजीव कुमार ने बेला थाने में शव शिनाख्त करके अपने पुत्र की दुर्घटना में मृत्यु होने की जानकारी संबंधी तहरीर दी थी इसकी प्राथमिक की बेला थाने में दिनांक 9 मार्च को प्रथम सूचना रिपोर्ट संख्या 044/2025 के तहत बीएनएस की धारा 281 106 (1) 324 (4) के तहत पंजीकृत है ।
उक्त घटना के संबंध में आज एक नया तथ्य प्रकाश में आया जिसमें ग्राम ऊमरी की निवासी महिला कुसमा देवी पत्नी रामकुमार ने बताया कि उक्त अजय कुमार की मृत्यु सड़क दुर्घटना में नहीं हुई बल्कि उसकी हत्या करके शव को सड़क के किनारे फेंक दिया गया था। घटना की तथाकथित चश्मदीद कुसुमा देवी ने बताया कि दिनांक 8 मार्च 2025 को मैं अपनी पुत्री के लिए शादी की बात पक्की करने सुजानपुर थाना बेला जिला औरैया गई हुई थी मेरे साथ मेरा पुत्र धर्मेंद्र उम्र लगभग 25 वर्ष एवं मेरे मोहल्ले का अजय कुमार पुत्र संजीव कुमार उम्र लगभग 23 वर्ष भी गए हुए थे। हम सभी लोग सुजानपुर में ही थे उसी समय अजय का विवाद नागेंद्र पुत्र गोरेलाल निवासी नए पुरवा ककोर औरैया के साथ हो गया इसके बाद नागेंद्र के साथ मेरे पुत्र धर्मेंद्र पुत्र रामकुमार निवासी ऊमरी थाना रामपुरा, विक्रम व राहुल पुत्र दिनेश निवासी साहर एवं एक अन्य रिश्तेदार अमन इन पांचो ने एक राय होकर अजय को घेरकर मृत्यु हो जाने तक मारा पीटा , महिला सुषमा द्वारा बताया गया कि मैंने बीच बचाव करने व अजय कुमार को बचाने की कोशिश की तो इन पांचो ने मेरे साथ भी मारपीट की व पुलिस एवं ऊमरी जाकर किसी को कुछ भी बताने पर जान से मारने की धमकी दी । इस मार्केट में अमन कट्टा लिए हुए था जो बार-बार जान से मारने की धमकी दे रहा था । धर्मेंद्र की मां कुषमा देवी ने नगर पंचायत ऊमरी कार्यालय/पुलिस चौकी ऊमरी परिसर में कैमरा के सामने अपने पुत्र धर्मेंद्र व अन्य नागेंद्र, राहुल, विक्रम व अमन के द्वारा तथाकथित अपराध पर बेवांकी से बोलते हुए बताया कि अपने प्राणों के भय से वह अब तक कुछ नहीं बोल सकी, इस अपराध का बोझ सीने पर भारी पड़ रहा था इसलिए सच्चाई बताए बिना रहा नहीं गया।
मृतक अजय कुमार के पिता संजीव कुमार से घटना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि मेरी पुत्री को नागेंद्र पुत्र गोरेलाल निवासी नए पुरवा (ककोर) फोन करता था व अश्लील वीडियो डालकर परेशान करता था जिसका विरोध मेरे पुत्र अजय कुमार ने करते हुए नागेंद्र को चेतावनी दी थी कि यदि मेरी बहन को परेशान किया तो परिणाम ठीक नहीं होगा इससे नागेंद्र खुन्नस मानता था और मौका पाकर उसने अपने साथियों के साथ मिलकर मेरे पुत्र की हत्या करवा दी । उन्होंने बताया कि हमारे मोहल्ले का निवासी धर्मेंद्र अपराधिक प्रवृत्ति का है,उसने मेरे पुत्र के साथ गद्दारी करके उसकी हत्या करवा दी।
उक्त कथन में कितनी सच्चाई है यह तो जांच के बाद ही पता चल सकती है।
बाइट हत्या का गवाह महिला कुशमा
बाइट मृतका का पिता
कासगंज सीएम योगी आदित्यनाथ के मंगलवार को पुलिस लाइन लोकार्पण कार्यक्रम में कवरेज के लिए पास जारी न किए जाने से नाराज मीडियाकर्मियों ने जिला सूचना अधिकारी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर एसडीएम संजीव कुमार को ज्ञापन सौंपा।
मीडियाकर्मी सचिन उपाध्याय व कपिल दीक्षित का कहना है कि वह समय समय पर सरकारी योजनाओं व जनहित के समाचारों का अपने समाचार पत्रों व चैनलों पर प्रकाशन करते रहते हैं। जिला सूचना अधिकारी ने तानाशाही रवैया अपनाते हुए प्रदेश सरकार की 724 करोड़ रुपए की परियोजनाओं व पुलिस लाइन लोकार्पण कार्यक्रम के लिए पास जारी न कर कवरेज करने से रोक दिया जिससे इस महत्वपूर्ण प्रदेश सरकार की उपलब्धियों का प्रचार प्रसार विभिन्न समाचार पत्रों व चैनलों पर नहीं हो पाया। मीडियाकर्मियों ने एसडीएम सदर संजीव कुमार को ज्ञापन देकर जिला सूचना अधिकारी पर विभागीय कार्यवाही कर स्थानांतरित किए जाने की मांग की। इस दौरान कपिल दीक्षित, सचिन उपाध्याय, सोनू दुबे, संजय चौधरी, शुभम दुबे, राधेश्याम यादव, मुकेश यादव, मांनपाल यादव, संजय सिंह, मनीष कुमार, संजय शर्मा, रवि श्रुति, केके सक्सेना, विजय उपाध्याय आदि पत्रकार उपस्थित रहे
फोटो=सीएम कार्यक्रम कवरेज करने से रोके गए मीडियाकर्मी एसडीएम को ज्ञापन देकर जिला सूचना अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही की मांग करते हुए
जिला सूचनाधिकारी की जातिवादी तुष्टीकरण विचारधारा, पत्रकारों के लिए बनी परेशानी का शबब
चेहरा देख-देख और सहजातीय पत्रकारों को बांटे कबरेज पास , मुख्यमंत्री की विकास योजनाओं के लोकार्पण कार्यक्रम की कबरेज में बने बाधा
जारी किए सीमित पास , चहेतों को वितरित कर अन्य पास लेकर सूचना अधिकारी फोन बंद कर पहुंचे कार्यक्रम स्थल ।
कासगंज । जनपद की नवीन रिजर्व पुलिस लाइन में सीएम योगी विकास परियोजनाओं के लोकार्पण पर कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया।जिसके लिए शासन और प्रशासन ने मुश्तैदी से तैयारियां कीं व भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी। जहां न सिर्फ भाजपा कार्यकर्ता और दूर – दूर से लोग वहां पहुंचे।
गौरतलब है कि इस अवसर पर मीडिया कवरेज के लिए मीडिया पास जारी किए गए लेकिन जिला सूचनाधिकारी की जातिवादी तुष्टीकरण विचारधारा पत्रकारों के लिए परेशानी का शबब बन कर रह गई। पत्रकारों का कहना है कि पत्रकारो को मीडिया कबरेज पास के लिए आधार और फोटो लाने को कहा गया और राशन धारकों की तरह लाइन में लग फार्म भरने को कहा गया, जिसे बाद में खारिज कर दिया गया । लेकिन फोटो और आधार कार्ड की प्रतियां जमा कर ली गयी । जिनमें कुछ पत्रकारों के चेहरे देख देख पास जारी कर दिए गए लेकिन बाकियों को सुवह आने को कह टाल दिया गया और सुबह होते ही जिला सूचनाधिकारी मिथलेश कुमार यादव कार्यालय से लापता हो गए जब पत्रकार कार्यालय पर पहुंचे तो उन्हें बताया कि आपके कबरेज पास सूचनाधिकारी के पास है और वे कार्यक्रम पंडाल में है । जब पत्रकार वहां पहुंचे तो उन्हें प्रशासन द्वारा कबरेज नहीं करने दी गई साथ ही जिम्मेदार अधिकारी मिथलेश कुमार यादव अपना फोन बंद कर बैठ गए ।
पत्रकारों का कहना है कि यह मिथलेश कुमार यादव की जातिवादी और तुष्टीकरण मानसिकता का प्रभाव है जहां न सिर्फ अन्य समाचार पत्रों चैनलों के पत्रकार वल्कि जनपद के सभ्रांत वरिष्ठ पत्रकार भी इस नीति का शिकार हुए और कबरेज नहीं कर सके । जिसके विरुध्द पत्रकारों ने रोष जताया है ।
कवरेज करने गए पत्रकार को पुलिस ने किया गिरफ्तार
कासगंज गंगा कछला घाट पर पूर्णिमा पर पर स्नान करने आए हजारों यात्री यात्रियों ने गंगा में स्नान कर पूर्ण लाभ कमाया वही पत्रकार देवेंद्र राजपूत कछला गंगा जी घाट पर खबर के लिए कवरेज करने गए वही पत्रकार ने कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा वहां चालको बदशलुकी करते हुए देखा, उसने पुलिसकर्मियों से पूछा क्या इस तरीके का व्यवहार अमन भी है आप वाहन चालकों का फोटो चालकों के साथ बदतमीजी कर रहे हो यह अमानवीय है इतना कहने पर पत्रकार से अभद्र व्यवहार करने लगे पत्रकार देवेंद्र राजपूत को गिरफ्तार कर एस आई कछला ने उझानी कोतवाली में भेज दिया, यह खबर पत्रकार संगठनों को हुई पत्रकार संगठनों में इस पुलिस की क्रियाकलाप का पूर्ण जोर विरोध किया ,अगर पत्रकार साथी के साथ इस तरीके का अमानवीय व्यवहार किया जाएगा वह अनुचित है ऑल इंडिया रिपोर्टर एसोसिएशन आईरा कपिल दीक्षित ने कहा की संविधान का चौथा स्तंभ मीडिया है अगर मीडिया कर्मियों के साथ इस तरीके का व्यवहार किया जाएगा वह निद्नीय है इस तरीके का बदसलूकी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा ऑल इंडिया रिपोर्टर एसोसिएशन आईरा के बैनर तले इस घटना का पूर्ण जोर विरोध किया जाएगा उन्होंने कहा कि राजस्थान, मध्य प्रदेश या अन्य जनपदों के आए हुए तीर्थ स्थल तीर्थ यात्रियों से गंगा जी घाट पर ठेकेदार द्वारा अवैध वसूली की जाती है ₹100 से लेकर ₹200 तक लिए जाते हैं कार वालों से ₹100 से ₹200 ₹500 बस वालों से लिए जाते हैं वह अनुचित है सनातन धर्म की आवेदन है मां गंगा हर किसी की मां गंगा है स्नान करने पर कोई मुगल काल की तरह जजिया कर नहीं लगाया जा सकता इस संबंध में पुलिस अधीक्षक बदायूं से शिकायत की जायेगी, इन तानाशाही को तत्काल प्रतिबंध किया जाए, मुख्य रूप से सचिन उपाध्याय रवि श्रोती, शुभम दुबे मुकेश यादव राधेश्याम यादव मनपाल सिंह यादव पंकज पाराशरी श्री भगवान पाराशर सचिन दुबे राहुल दुबे आज पत्रकार मौजूद रहे
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रह/मथुरा । पुलिस की कार्य प्रणाली भी अजीबो गरीब है पुलिस चाहे तो आरोपी को पीड़ित बना दे चाहे तो पीड़ित को ही आरोपी बना दे। ऐसा ही एक मामला पुलिस चौकी ओल से सामने आया है । कस्बा ओल निवासी ब्रजवासी ने कोमल को पचास हजार रुपए उधार दिए थे उधार दिए पैसा मांगने ब्रजवासी की पत्नी कोमल के घर गई कोमल ने उसको गाली देकर अपने घर से भगा दिया यह बात पत्नी ने घर आकर बताई तो ब्रजवासी ने अपने पिता को कोमल के घर भेजा कोमल ने पिता गयाशीराम के साथ मारपीट कर दी सूचना पर अन्य परिजन भी कोमल के घर पहुंच गए वहीं कोमल के परिजनों ने पीड़ित ब्रजवासी के परिजनों के साथ मारपीट कर दी जिसमें आधा दर्जन लोग घायल हो गए सभी घायल पुलिस चौकी पहुंचे जहां पुलिस उन्हें चौकी से भगा दिया और उल्टा पीड़ित पक्ष के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर दिया।
दस अप्रैल को ओल में पैसे के लेनदेन में दो पक्षों में विवाद हुआ था। उधारी के पैसे मांगने पर आरोपी पक्ष ने महिलाओं सहित परिवार के पांच से अधिक लोगों को लाठी डंडों से पीट पीट कर घायल कर दिया। यहां तक कि अपने परिजनों के बचाव में आए बीएसएफ के जवान को भी आरोपियों ने लहूलुहान कर दिया जिसका उपचार जयपुर के एक निजी अस्पताल में चल रहा है।
पीड़ित ब्रजवासी का एक माह पहले एक्सीडेंट हो गया था जिसमें उसका एक हाथ व एक पैर में गंभीर चोटें आईं थीं ।
उसके पैर और हाथ में सरिया पड़ी हुई हैं चलने फिरने में नाकाम है जिसको पुलिस ने घर में घुसकर मारपीट का आरोपी बना दिया है। अपने खिलाफ झूठी कार्यवाही होने पर पीड़ित परिवार ने सोमवार को एसएसपी कार्यालय पहुंच कर मदद की गुहार लगाई है । बताते चले पीड़ित का का एक माह से बदस्तूर इलाज चल रहा है उसे उसके परिजन सहारा देकर दैनिक क्रियाओं के लिए ले जाते है।
ऑल इंडिया रिपोर्टर्स एसोसिएशन आईरा ने जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम दिया पांच सूत्रीय ज्ञापन
कासगंज ऑल इंडिया रिपोर्टर्स एसोसिएशन आईरा ने जिलाधिकारी मेधा रूपम के लिए ज्ञापन कलेक्ट्रेट पहुंचकर दिया,माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नाम, जिसमें पांच सूत्रीय मांग की , संगठन के जिला अध्यक्ष कपिल दीक्षित ने कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है उत्तर प्रदेश में मीडिया ने लोकतंत्र परंपराओं और जनतंत्र की रक्षा के लिए हमेशा शासन ,प्रशासन का महत्वपूर्ण योगदान दिया है लंबे समय से हमारे संगठन ऑल इंडिया रिपोर्टर्स एसोसिएशन आईरा ने उत्तर प्रदेश में पत्रकारों की सुरक्षा एवं सम्मान के लिए मांग कर रही है ,जिस पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, जिसमें बीते दिन उत्तर प्रदेश के सीतापुर जनपद में दैनिक जागरण के पत्रकार श्री राघवेंद्र वाजपेई की कुछ माह पूर्व बदमाशों द्वारा दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई इस संबंध में हम मांग करते हैं कि हत्यारे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और घटना की सीबीआई जांच कराई जाए, मृतक पत्रकार राघवेंद्र वाजपेई के परिजन के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 50 लाख रुपए का मुआवजा प्रदान करें ,साथ ही मृतक पत्रकार के परिजन के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दे, उत्तर प्रदेश मे पत्रकारों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए प्रदेश सरकार द्वारा ठोस कदम उठाए जाए एवं पत्रकार सुरक्षा कानून बनाई जाए, पत्रकारों पर फर्जी मुकदमे ना हो और स्थानी पत्रकारों को स्थानी पुलिस प्रशासन का पूर्ण सहयोग मिलना चाहिए, उत्तर प्रदेश में पत्रकारों को मानदेय की सुविधा लागू की जाए एवं प्रदेश में मान्यता प्राप्त ब गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों को मुक्त उपचार व परिवहन विभाग की बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा मुहैया कराई जाए जिला महामंत्री सचिन उपाध्याय ने कहा कि पत्रकारों का अगर कहीं भी शोषण होता है आईरा संगठन पत्रकार के हित में कार्य करेगा, शोषण का पूर्ण जोर विरोध किया जाएगा, ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से, जिला अध्यक्ष कपिल दिक्षित, जिला महासचिव सचिन उपाध्याय, जिला प्रवक्ता अजीत पचौरी ,जिला उपाध्यक्ष शुभम दुबे ,जिला कोषाध्यक्ष रवि श्रोती ,योगेंद्र निर्भय चेई बाबू, मनोज पाराशर ,सोनू दुबे, संजय चौधरी, देवेंद्र राजपूत,पंकज पाराशर श्री भगवान पाराशर, राजा सक्सेना, विपिन कुमार यादव, मुकेश यादव, मानपाल सिंह यादव, राधेश्याम यादव , देवेंद्र यादव ,सुबोध माहेश्वरी, सौरभ महेश्वरी, अजीत कुमार अश्विनी महेरे आदि भारी संख्या में पत्रकार बंधु मौजूद रहे,