आज बिधूना तहसील में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान जिलाधिकारी डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी और पुलिस अधीक्षक अभिजित आर शंकर ने क्षेत्र से आए फरियादियों की समस्याओं को सुनते हुए उनका समाधान किया। इस अवसर पर उन्होंने संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे शिकायतों का संज्ञान लेकर निर्धारित समय सीमा के भीतर स्थलीय निरीक्षण करें और संतुष्टि पूर्ण समाधान सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों से कहा कि शिकायतों के निस्तारण में स्थलीय साक्ष्य के साथ-साथ संबंधित पक्षकारों के हस्ताक्षर भी कराए जाएं ताकि भविष्य में किसी प्रकार का विवाद उत्पन्न न हो।
समाधान दिवस में ग्राम पंचायत पुर्वा दानशाह की प्रधान श्रीमती राममूर्ति ने अवगत कराया कि मनरेगा श्रमिकों द्वारा बनाए गए अमृत सरोवर के कार्य का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है। उन्होंने रोजगार सेवक पर आरोप लगाया कि उसने शहबाजपुर के श्रमिकों के खाते में 7 लाख रुपए लगा दिए, जिससे दानशाह के श्रमिकों को भुगतान नहीं मिला। जिलाधिकारी ने डी.सी. मनरेगा को निर्देश दिए कि इस मामले की जांच कर कार्यवाही सुनिश्चित करें।
इसके अतिरिक्त, राम शंकर गुप्ता ने अपनी विधवा माताजी की पेंशन की स्वीकृति की मांग की, जिसे जिलाधिकारी ने 7 दिन में समाधान करने का निर्देश दिया। शालिनी मिश्रा ने भूमि की पैमाइश से संबंधित आवेदन किया, जिस पर जिलाधिकारी ने तहसीलदार बिधूना को नियमानुसार कार्यवाही करने को कहा।
साथ ही, बीरपाल ने अपनी भूमि पर अवैध कब्जे के खिलाफ शिकायत की, जिसे जिलाधिकारी ने एस.ओ.सी. को तत्काल निस्तारण के लिए निर्देशित किया।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक ने पुलिस से संबंधित शिकायतों का स्थलीय निरीक्षण करने और उनका निस्तारण सुनिश्चित करने का आदेश दिया।
संपूर्ण समाधान दिवस में कुल 206 शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, जिनमें से 22 शिकायतों का मौके पर निस्तारण किया गया।
इस मौके पर उप जिलाधिकारी बिधूना गरिमा सोनकिया, प्रभागीय वनाधिकारी राकेश सिंह, तहसीलदार बिधूना जितेश वर्मा, क्षेत्राधिकारी बिधूना भरत पासवान, नायब तहसीलदार और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।